भारत एक विशाल देश है जहाँ विभिन्न धर्मों व संप्रदायों के … मेरा प्रिय त्योहार पर निबंध, Essay on My Favourite Festival in Hindi, Mera Priya Tyohar होली का त्यौहार हमारे लिए बहुत ही मायने रखता है इस दिन सभी स्कूल, कॉलेजों की छुट्टी होती है तथा सभी लोग होली खेलने में व्यस्त रहते है | होला का दिन शुरू होने से पहले कई कई स्कूल व कॉलेज में छोटे बच्चो को उनके विधालय में निबंध दिया जाता है जो की उनके एग्जाम में भी आता है | इसीलिए अगर आप होली के दिन के ऊपर निबंध कक्षा 1st, 2nd, 3rd, 4th, 6th, 7th, 8th, 9th, 10th, 11th, 12th के लिए एस्से के बारे में जानकारी पाना चाहते है तो इसके लिए आप जानकारी यहाँ से पा सकते है तथा परीक्षा में पास हो सकते है |, सभी के लिये प्रिय होली खुशियाँ और सुख लाने वाला त्योहार होता है। ये हर साल हिन्दु धर्म के द्वारा मनाया जाने वाला बहुत ही महत्वपूर्ण पर्व होता है। ये आमतौर पर मार्च के महीने में वसंत ऋतु की शुरुआत में आता है। सभी इसका बेसब्री से इंतजार करते है और इसको अलग तरीके से मनाने की तैयारी करते हैं।, होली को मनाने के पीछे भक्त प्रह्लाद की मुख्य भूमिका है। भगवान विष्णु के भक्त प्रह्लाद को उसी के पिता ने उसकी पूजा न करने पर मारने का प्रयास किया, इसके लिये उसने अपनी बहन होलिका को प्रह्लाद को अपनी गोद में लेकर आग में बैठने को कहा क्योंकि होलिका को ये वरदान था कि वो आग में जल नहीं सकती चूंकि प्रह्लाद भगवान विष्णु का भक्त था इसलिये इस आग में उसे कोई नुकसान नहीं हुआ जबकि आशिर्वाद पायी होलिका जलकर भस्म हो गई। उसी दिन से हर साल ये त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत के रुप में मनाया जाता है।, रंगों की होली के एक दिन पहले, लोग लकड़ी, घास और गोबर के ढ़ेर को रात में जलाकर होलिका दहन की पौराणिक कथा को याद करते है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन परिवार के सभी सदस्यों द्वारा सरसों उपटन का मसाज शरीर पर करवाने से शरीर और घर की गंदगी साफ हो जाती है और घर में खुशियाँ और सकारात्मक शक्तियों का प्रवेश होता है।, होलिका दहन के अगले दिन सभी लोग अपने मित्र, परिवार और सगे-संबंधियों के साथ रंगों से खेलते है। इस दिन बच्चे गुब्बारों और पिचकारियों में रंग भरकर दूसरों पर फेंकते है। सभी एक-दूसरे के घर जाकर गले लगाते है साथ ही अबीर लगाकर अपनत्व और प्यार का इजहार करते है। इस खास अवसर पर सभी अपने घर में मिठाई, दही-बढ़े, नमकीन, पापड़ आदि बनवाते है।, हिन्दूओं के द्वारा दिवाली की तरह ही होली भी व्यापक तौर पर मनाया जाने वाला त्योहार है। ये फागुन महीने में आता है जो वसंत ऋतु के फागुन महीने में आता है जिसे वसंत ऋतु की भी शुरुआत माना जाता है। हर साल होली को मनाने की वजह इसका इतिहास और महत्व भी है। बहुत साल पहले, हिरण्यकश्यप नाम के एक दुष्ट भाई की एक द्ष्ट बहन थी होलिका जो अपने भाई के पुत्र प्रह्लाद को अपने गोद में बिठा कर जलाना चाहती थी।, प्रह्लाद भगवान विष्णु के भक्त थे जिन्होंने होलिका के आग से प्रह्लाद को बचाया और उसी आग में होलिका को राख कर दिया। l तभी से हिन्दु धर्म के लोग शैतानी शक्ति के खिलाफ अच्छाई के विजय के रुप में हर साल होली का त्योहार मनाते है। रंगों के इस उत्सव में सभी एक दूसरे को रंग और गुलाल लगाकर दिनभर होली का जश्न मनाते है।, होली का उत्सव हर साल पूर्णं चन्द्रमा के दिन मार्च (फागुन) के महीने में मनाया जाता है। इसे एकता, प्यार, खुशी, सुख, और जीत का त्योहार के रुप मे भी जाना जाता है। हमलोग एक-दूसरे के साथ प्यार और खुशी जाहिर करने के लिये इस पर्व को चमकीले और आकर्षक रंगों से खेलते है। इसका अपना महत्व है साथ ही इसको मनाने के पाछे कई सारे कारण, कथाएं और आस्था भी है।, बहुत समय पहले, एक राजा हिरण्यकश्यप, उसकी बहन होलिका और उसका पुत्र प्रह्लाद थे। प्रह्लाद एक पावन आत्मा था जो भगवान विष्णु का भक्त था जबकि उसके पिता चाहते थे कि प्रह्लाद समेत सभी उसकी पूजा करें। लेकिन भक्त प्रह्लाद को ये गवाँरा नहीं था और वह सदा भगवान विष्णु की ही पूजा करता था। इससे नाराज होकर उसके पिता ने उसको आग से जलाकर मारने की योजना बनाई। उसने अपनी बहन होलिका से कहा कि वो प्रह्लाद को गोद में लेकर आग में बैठे क्योंकि होलिका को भगवान से ये वरदान मिला था कि आग उसे जला नहीं सकता, अपने भाई की बात मान होलिका आग में बैठी परंतु प्रह्लाद को इस आग से कोई नुकसान नहीं हुआ बल्कि होलिका ही इस आग में जलकर खाक हो गई। इसी कथा से होली उत्सव का जन्म हुआ।, इस पर्व के मौके पर सभी अपने प्रियजनों से मिलते है, रंग और अबीर से होली खेलते है, साथ ही कई सारी क्रियाओं में भाग लेते है जो एक-दूसरे के लिये खुशी को प्रदर्शित करता है। इस तरह लोग रंगों के इस त्योहार में अपनों के संग खुशियाँ मनाते है।. Log in. होली का त्योहार सारे भारत में मनाया जाता है। फाल्गुन के महीने की पूर्णिमा को होलिका दहन होता है और दूसरे दिन रंग की होली खेली जाती है। यह त्योहार सबको प्रिय मानकर गले लगाने का त्योहार है।, गणगौर– इन हिन्दू त्योहारों के अतिरिक्त राजस्थान में अन्य धर्मावलम्बियों के त्योहार भी उत्साह के साथ मनाये जाते हैं। मुसलमान बन्धु ईद, मुहर्रम आदि; ईसाई बन्धु क्रिसमस तथा सिख भाई वैशाखी आदि पर्यों को मनाते हैं। राजस्थानी लोग मक्त भाव से एक–दसरे के पर्वो और त्योहारों में भाग लेते हैं।, मेले– राजस्थान में मनाये जाने वाले प्रमुख त्योहार इस प्रकार हैं-, तीज– रंगों का त्योहार होली पर निबंध – Essay On Holi In 200 Words In Hindi. Required fields are marked *. यह प्रमुख रूप से विद्या–बुद्धि की प्राप्ति के इच्छुक छात्रों का त्योहार है। बच्चे इस दिन नये वस्त्र धारण करके गुरुजनों को भेंट देते हैं और आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। इस दिन विद्या और बुद्धि के प्रदाता गणेश की पूजा की जाती है।, जन्माष्टमी– मेरा प्रिय खेल पर निबंध Badminton : ... मेरी प्रिय पुस्तक पर निबंध हिंदी & Favourite Book Essay in Hindi. Gyan ki dhaara » मेरा प्रिय त्योहार पर निबंध - दिवाली - Essay on my Favorite festival in hindi भारत एक विशाल देश है जहाँ विभिन्न धर्मों व संप्रदायों के hindi essay on diwali तो चलिए हम दीवाली के निबंध को विस्तार के जानते है अगर आप होली के त्योहार पर निबंध प्रस्तावना, होली त्योहार पर निबंध लिखिए, होली पर निबंध इंग्लिश में, होली पर हिन्दी निबंध लिखना है, होली पर निबंध लिखो बच्चों के लिए संस्कृत में, होली का त्यौहार पर निबंध बताये, होली पर संस्कृत निबंध, holi par nibandh english me, holi par nibandh hindi me, holi par nibandh in english, indian festival holi tyohar par nibandh, essay on holi in hindi for class 12, holi essay i hindi, holi 2020 essay in hindi, essay on holi in hindi for class 3rd, holi 2020 essay in hindi, hindu festival essay on holi in hindi in 150 words, holi essay 10 lines in hindi, holi ka mahatva essay in hindi, essay on holi in hindi on wiki के बारे में जानकारी यहाँ से पा सकते है : Your email address will not be published. Ask your question. मेरा प्रिय त्यौहार दीपावली पर निबंध हिंदी में Essay on Diwali in Hindi दीवाली या दीपावली अर्थात “रोशनी का त्योहार” शरद ऋतु (उत्तरी गोलार्द्ध) में … Tamilnadu Board Class 10 English Solutions, Tamilnadu Board Class 9 Science Solutions, Tamilnadu Board Class 9 Social Science Solutions, Tamilnadu Board Class 9 English Solutions, राजस्थान में जल संकट पर निबंध – Water Scarcity In Rajasthan Essay In Hindi, कंप्यूटर पर निबंध – Computer Essay In Hindi, MCQ Questions for Class 11 Economics with Answers Chapter Wise PDF Download, MCQ Questions for Class 11 Accountancy with Answers PDF Download Chapter Wise, MCQ Questions for Class 12 Economics with Answers Chapter Wise PDF Download, MCQ Questions for Class 11 Biology with Answers Chapter Wise PDF Download, MCQ Questions for Class 11 Chemistry with Answers Chapter Wise PDF Download, MCQ Questions for Class 11 Physics with Answers Chapter Wise PDF Download, MCQ Questions for Class 11 Maths with Answers Chapter Wise PDF Download, Maths Formulas for Class 6 to Class 12 PDF | All Basic Maths Formulas. Log in. किसी देश–प्रदेश की संस्कृति उसके त्योहारों, पर्वो और मेलों के माध्यम से सहज ही अभिव्यक्त होती है। देश में मनाये जाने वाले सभी पर्वोत्सव राजस्थान में भी मनाये जाते हैं। इनमें से कुछ पर्यों को राजस्थान का रंग देकर मनाया जाता है। राजस्थान के सभी पर्व और उत्सव हमें प्रिय हैं।, प्रमुख त्योहार– रूपरेखा– प्रस्तावना, प्रमुख त्योहार, This post first appeared on Askhindi - , please read the originial post: here पर्व और मेले लोकमानस के उल्लास और सांस्कृतिक एकता के प्रतीक हैं। इन त्योहारों के माध्यम से परम्पराएँ और धर्म जुड़े हैं। वहीं ये पर्वोत्सव राजस्थान को शेष भारत के साथ सांस्कृतिक रूप से जोड़ने वाले भी हैं। अतः इन सभी पर्वोत्सवों को जन–जीवन के लिए अधिकाधिक उपयोगी बनाने का प्रयास होना चाहिए।. मेरा प्रिय मित्र पर निबंध- mera priya mitra nibandh Hindi essay on my best Friend. Join now. मेरा प्रिय खिलाडी पर निबंध हिंदी में - आज की इस पोस्ट में हम मेरा प्रिय खिलाडी विषय के ऊपर एक छोटा सा 500 शब्दों का निबंध प्रस्तुत कर रहे है। क्वार (आश्विन) मास के शुक्लपक्ष की दशमी को यह त्योहार मनाया जाता है। रामलीलाओं के प्रदर्शन तथा रावण–दहन के रूप में यह सारे भारत और राजस्थान में भी मनाया जाता है।, दीपावली– मेरा प्रिय नेता पर निबंध - 6185042 1. होली का ये उत्सव फागुन के अंतिम दिन होलिका दहन की शाम से शुरु होता है और अगला दिन रंगों में सराबोर होने के लिये होता है। बच्चे इस पर्व का बड़े उत्सुकता के साथ इंतजार करते है तथा आने से पहले ही रंग, पिचकारी, और गुब्बारे आदि की तैयारी में लग जाते है साथ ही सड़क के चौराहे पर लकड़ी, घास, और गोबर के ढ़ेर को जलाकर होलिका दहन की प्रथा को निभाते है।, सभी रात में एक जगह इकठ्ठा होकर लकड़ी, घास, और गोबर के ढ़ेर को जलाकर होलिका दहन की रिवाज को संपन्न करते है। इसमें महिलाऐं रीति से संबंधित गीत भी गाती है। इस दौरान सभी खुशनुमा माहौल में होते है और होली खेलने के लिये अगली सुबह का इंतजार करते है। इस दिन सभी लोग सामाजिक विभेद को भुलाकर एक-दूसरे पर रंगों की बौछार करते है साथ ही स्वादिष्ट पकवानों और मिठाईयाँ बाँटकर खुशी का इजहार करते है।, होली रंगों का त्योहार है। यह प्रायः पूरे भारतवर्ष में मनाया जाता है। प्रकृति भी एक तरह से इस त्योहार में सम्मिलित होती है। चारों ओर रंग बिरंगे फूल बिखेर कर बसंत ऋतु खुशियां लुटाती है। यह त्योहार मौसम और रंगों के अनुकूल होता है।, होली का त्योहार फाल्गुन की पूर्णमासी को मनाया जाता है। इसी कारण इसे फाग भी कहते हैं। पूर्णमासी से एक दिन पहले रात को लोग होली जलाते हैं और उसमें गेहूं की बालें तथा चने के छोले भुनते हैं। वातावरण में मस्ती फैली रहती है। रंगों और संगीत का उन्माद लोगों को उत्साह और उमंग से भर देता है।, होली के साथ एक पौराणिक कथा भी जुड़ी हुई है। एक राजा हिरण्यकष्यप था। जो चाहता था- सभी उसे भगवान मानकर उसकी पूजा करें। उनका पुत्र प्रह्लाद उन्हें ईश्वर नहीं मानता था। बहुत समझाने पर भी वह नहीं समझा तो उन्होंने उसे मारने के कई उपाय किये, पर वह नहीं मरा। हिरण्यकष्यप की बहन होलिका को आग में न जलने का वर मिला हुआ था। होलिका प्रह्लाद को गोद में लेकर आग में बैठ गयी। ईश्वर की कृपा से होलिका जल गयी और प्रह्लाद सकुशल बच गया। इसी की याद में होली जलायी जाती है।, होली के अवसर पर किसानों की फसल पक जाती है अतः लहलहाती फसलें देखकर वे खुशी से झूम उठते हैं और आग में अनाज की बालों को भूनकर खाते एवं खिलाते हैं।, अगले दिन सुबह अर्थात दुलहंडी के दिन होली खेली जाती है। सब लोग वैर विरोध भूल कर एक दूसरे के गले मिलते हैं, मिठाइयां खाते और खिलाते हैं तथा प्यार के रंगों में रंग जाते हैं। सभी एक दूसरे पर रंग डालते और गुलाल मलते हैं। रंगों से सराबोर लोगों को हंसते गाते देखकर हर व्यक्ति होली के रंग में रंग जाता है। गुंजिया और तरह तरह की मिठाइयों से वातावरण में मिठास घुल जाती है।, अतः होली वह त्योहार है जो आपसी प्रेम और भाईचारे का प्रतीक है। और हम इस दिन की पवित्रता को प्रेम और भाईचारे से ही सुरक्षित रख सकते हैं।. The post मेरा प्रिय त्योहार दिवाली निबन्ध हिंदी में appeared first on ASK HINDI. मेरा प्रिय पर्व: दीपावली पर निबंध | Essay on My Favorite Festival : Diwali in Hindi! We are providing information about My Favourite Festival in Hindi. Join now. हिन्दी निबंध गद्य लेखन की एक विधा है, यहाँ आप सभी आयु वर्ग के निबंध पढ़ सकते है साथ ही निबंध लेखन भी सिख सकते है! यह त्योहार सावन की पूर्णिमा को मनाया जाता है। कहीं–कहीं पर ब्राह्मण अपने यजमानों की कलाई पर रक्षासूत्र बाँधकर उन्हें आशीर्वाद देते हैं और बदले में दक्षिणा प्राप्त करते हैं। दूसरी ओर यह भाई और बहिन के स्नेहमय सम्बन्ध को राखी के धागे से दृढ़तर बनाने वाला त्योहार है। राजस्थानी इतिहास की कुछ गौरवमयी घटनाएँ भी इस त्योहार से जुड़ी हैं।, गणेश चतुर्थी– गणगौर राजस्थान का सर्वप्रमुख त्योहार है। कन्याएँ उत्तम वर पाने के लिए तथा विवाहिताएँ अखण्ड सौभाग्य पाने के लिए इस दिन (गौरा) पार्वती का पूजन करती हैं। इस दिन राजस्थान के प्रमुख नगरों में भव्य और विशाल शोभायात्रा और झाँकियाँ भी निकलती हैं।, अन्य धर्मावलम्बियों के त्योहार– My Favourite Festival Christmas In Hindi | मेरा प्रिय त्योहार क्रिसमस पर निबंध : हमारा भारत देश पर्वों एवं त्योहारों का देश है यहाँ सभी धर्मों के त्योहार भाद्रपद मास के कृष्णपक्ष की अष्टमी को यह त्योहार मनाया जाता है। यह भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव है। इस दिन बहुत–से लोग व्रत रखते हैं, मन्दिरों व घरों में कृष्ण के जीवन से सम्बन्धित झाँकियाँ भी सजायी जाती हैं।, दशहरा– महावीर जी का मेला जैन धर्मावलम्बियों से सम्बद्ध है। यह मेला हिण्डौन में लगता है। इसके अतिरिक्त कोटा का दशहरा, कैला देवी का मेला, पुष्कर जी का मेला, गोगामेढ़ी का मेला, रानी सती का मेला, गणेश चतुर्थी का मेला तथा ख्वाजा का उर्स यहाँ के प्रसिद्ध मेले हैं।, उपसंहार– अगर आप होली के दिन के लिए निबंध या एस्से भाषा में Hindi, Urdu, Nepali, Punjabi, Gujarati, Kannad, Tamil, telugu, malyalam, Marathi, Bhojpuri तथा Language Font में जानना चाहे तो होली पर विचार, diwali पर निबंध, होली के बारे में तथा होली के बारे में जानकारी के माध्यम से जान सकते है : होली रंगों का त्योहार है जिसे हर साल फागुन के महीने में (मार्च) हिन्दू धर्म के लोग बड़ी धूमधाम से मनाते है। उत्साह से भरा ये त्योहार हमारे लिये एक दूसरे के प्रति स्नेह और निकटता लाती है। इसमें लोग आपस में मिलते है, गले लगते है और एक दूसरे को रंग और अबीर लगाते है। इस दौरान सभी मिलकर ढ़ोलक, हारमोनियम तथा करताल की धुन पर धार्मिक और फागुन गीत गाते है। इस दिन पर हमलोग खासतौर से बने गुजिया, पापड़, हलवा, पानी-पूरी तथा दही-बढ़े आदि खाते है। होली उत्सव के एक दिन पहले होलिका दहन किया जाता है।, होली रंगों का एक शानदार उत्सव है जो भारत में हिन्दु धर्म के लोग हर साल बड़ी धूमधाम से मनाते है। ये पर्व हर साल वसंत ऋतु के समय फागुन (मार्च) के महीने में आता है जो दिवाली की तरह सबसे ज्यादा खुशी देने वाला त्योहार है। ये हर साल चैत्र महीने के पहले दिन मनाया जाता है। इस दौरान पूरी प्रकृति और वातावरण बेहद सुंदर और रंगीन नजर आते है। प्रिय बच्चों, ... पूजा विधि और निबंध ! मेरा पसंदीदा त्योहार दिवाली पर निबंध हिंदी में 150 ... दीपावली पर निबंध हिंदी में 250 शब्द – Diwali Essay in Hindi Language. आज हम दिवाली पर निबंध हिंदी में पढेंगे, hindi nibandh on diwali diwali par nibandh in hindi. आप सभी को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं। आप सभी के लिए मैंने दिवाली पर निबंध (Diwali Essay in Hindi) लिखा है जिसका उपयोग आप भाषण के रूप में कर सकते हो।

मेरा प्रिय त्योहार निबंध हिंदी में

Tera Naam Kya Hai In English, Travelex Head Office, Infinite For Loop In Javascript, Obscure In Meaning - Crossword Clue 7 Letters, Infinite For Loop In Javascript,